डब्ल्यूएचओ के अनुसार 2050 तक बहरे लोगों की संख्या 250 करोड़ों के पार...ज्योति बाबा क्लाइमेट चेंज के कारण बड़ी आत्महत्या की दर... ज्योति बाबा आज सभ्यता वहशी बन पेड़ों को काट रही है... ज्योति बाबा कानपुर l पेड़ पौधे व हरियाली के कारण ही पृथ्वी पर जीवन संभव हो पाया है सांस लेने के लिए भी ऑक्सीजन हमें पेड़ों से मिलती है लेकिन आज वहशी सभ्यता पेड़ों को काटकर फेफड़ों में जहर भरने का काम कर रही है उपरोक्त बात सोसाइटी योग ज्योति इंडिया के तत्वाधान में नशा मुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल का के तहत ई संगोष्ठी शीर्षक प्रदूषण और महामारीओ जैसी आधुनिक चुनौतियों का एकमात्र हल पौधरोपण पर अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्त अभियान के प्रमुख व नशा मुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल के नेशनल ब्रांड एंबेस्डर योग गुरु ज्योति बाबा ने कही, ज्योति बाबा ने आगे कहा कि पीपल बरगद पिलखन खेजड़ी पाकर आम अशोक व जामुन आदि भारतीय पेड़ों की किस्में और रोकने के लिए सबसे अच्छी हैं यह हमारी जलवायु के अनुकूल प्रदूषण दूर करने में सक्षम व सेहत के लिए लाभप्रद हैं पौधे ना सिर्फ हमें वृक्ष के रूप में ऑक्सीजन देकर पर्यावरण को शुद्ध कर