अंततः कोविड टीका ही बना मजबूत हथियार, अफवाहों से मिली मुक्ति: बीरबल कुमार
समाजसेवी ने कहा -18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को कोविड टीका लगाना जरूरी
बुद्धिजीवियों, धार्मिक गुरुओं, युवाओं का मिला भरपुर सहयोग
सुपौल, 27 जुलाई। कोरोना की दूसरी लहर अब थम सी गई है। लेकिन कोरोना संक्रमण के नये मामले अभी भी मिल रहे हैं। साथ ही तीसरी लहर आने की आशंका भी व्यक्त की जा रही है। ऐसे में कोविड टीकाकारण ही कोरोना की रोक थाम के लिए एक मजबूत हथियार बनकर सामने आया है। जिसके द्वारा ही हम कोरोना की संभावित तीसरी लहर को दूर या रोक पाने में सफल हो पायेंगे। स्टेशन रोड सुपौल के रहने वाले समाजसेवी बीरबल कुमार ने उक्त बातें लोगों को कोविड टीकाकारण के प्रति जागरूक करते हुए कही। उन्होंने कहा अभी लोग यह मान रहे कि कोरोना की दूसरी लहर खत्म हो गयी है लेकिन ऐसा नहीं है। जिले में अभी भी कोरोना संक्रमण के नये मामले कम ही सही लेकिन मिल रहे हैं।
18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को कोविड टीका लगाना जरूरी-
बीरबल कुमार ने कहा हमारी आबादी के आधे से अधिक लोग 18 वर्ष से अधिक उम्र के हैं। ऐसे में 18 प्लस लोगों का सम्पूर्ण टीकाकरण हो जाने से हम कोरोना की संभावित तीसरी लहर को रोक पाने में काफी हद तक सफल रह पायेंगे। जिले में सरकार द्वारा कोविड टीकाकरण युद्ध स्तर पर जारी है। स्वास्थ्य विभाग पूरी तत्परता के साथ कोविड टीकाकरण में लगा है। प्रशासनिक स्तर से भी स्वास्थ्य विभाग को पूरा सहयोग मिल रहा है। ऐसे में लोगों को चाहिए कि वे अपने आपको, अपने परिवार को एवं समाज को कोरोना की संभावित तीसरी लहर से बचाने के लिए कोविड- 19 का टीका अवश्य लगवायें। उन्होंने बताया यदि 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोग कोविड का टीका लगवा लेते हैं तो शेष बचे लोगों को भी संभावित कोरोना की तीसरी लहर का अधिक जोखिम नहीं रह पायेगा। ऐसे में 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों की यह जिम्मेदारी बनती है कि उनसे कम उम्र के लोगों को बचाने के लिए अपना टीकाकरण अवश्य करवायें।
बुद्धिजीवियों, धार्मिक गुरुओं, युवाओं का मिला भरपुर सहयोग-
उन्होंने कहा जैसे ही कोविड टीकाकारण की बात आयी वैसे ही इसके प्रति अफवाहों, भ्रांतियों का बाजार भी गर्म हो गया। तरह-तरह की अफवाहें एवं भ्रांतियाँ लोगों में फैलने लगी। ऐसे में जरूरी था कि सामाजिक स्तर से इन अफवाहों को दूर करने के सार्थक प्रयास किये जायें। इसके लिए अपने आस-पास के लोगों को इन अफवाहों से दूर रहने, भ्रांतियों को तोड़ने के लिए घूम-घूम कर लोगों को जागरूक करता रहा। वैज्ञानिक तथ्यों से उनको अवगत कराता रहा। हमारे साथ इस काम में हमारे आस-पास के बुद्धिजीवियों, धार्मिक गुरुओं, पढ़े-लिखे युवाओं का भी भरपुर सहयोग मुझे मिला। अंततः आज लोगों के मन में कोविड- 19 टीकाकरण के प्रति फैली अफवाहें एवं भ्रातियाँ टूट गई और कोविड टीका ही कोरोना से बचाव का एकमात्र हथियार बनकर सामने आया। लोग अब अपने आप कोविड- 19 का टीका लेने टीका केन्द्रों पर जा रहे हैं।
सहरसा से बलराम कुमार शर्मा की रिपोर्ट
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