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जनवरी, 2022 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

पतरघट (सहरसा)पुलिस ने सूचना के आधार पर की छापेमारी विदेशी शराब व सिरप के साथ एक महिला को गिरफ्तार किया

पतरघट (सहरसा)पुलिस ने सूचना के आधार पर की छापेमारी विदेशी शराब व सिरप के साथ एक महिला को गिरफ्तार किया सहरसा-पतरघट ओपी पुलिस ने सूचना के आधार पर शुक्रवार की सुबह विदेशी शराब व सिरप के साथ एक महिला को गिरफ्तार किया। ओपी अध्यक्ष ज्ञानानंद अमरेन्द्र  ने बताया कि शराब की सूचना मिली थी। इसके बाद पुलिस अवर निरीक्षक विक्की रविदास ने  अपनी महिला  पुलिस बल के साथ गोलमा वार्ड नंबर 11 निवासी मीना देवी पति रमेश साह उर्फ मंटू साह के घर में छापेमारी किए। इसके दौरान  17 पिस विदेशी शराब 180 ml,व विश्वकप सिरप 36 पीस पुलिस ने बरामद किया।  ओपी अध्यक्ष ज्ञानानंद अमरेन्द्र ने बताया कि शराब,शिरफ बरामद होने के बाद घर से महिला मीना देवी को गिरफ्तार कर ओपी पतरघट लाया गया। मीना देवी पहले भी जेल जा चुकी है।मामले में कार्रवाई की जा रही है। न्याय हिरासत भेजा जा रहा है।         सहरसा ब्यूरो चीफ सुभाष राम

शीर्षक स्त्रियां श्रृंगार क्यों करती है ??सोलह श्रृंगार का धार्मिक और वैज्ञानिक आधार (भाग-2)

आलेख -भाग दुसरा शीर्षक  स्त्रियां श्रृंगार क्यों करती है ??सोलह श्रृंगार का धार्मिक और वैज्ञानिक आधार (भाग-2) लेखिका- स्नेहा दुधरेजीया  पोरबंदर गुजरात पिछले आलेख में हमने आपको एक से लेकर  स्त्रियों के बिंदिया,सिंदूर, काजल, मेहंदी,शादी का जोड़ा, जैसे पांच  सोला श्रृंगार का धार्मिक और वैज्ञानिक महत्व बताया था अब आगे के श्रृंगार के बारे में जानते है। (6) स्त्री का छठा श्रृंगार गजरा होता है। दुल्हन के जूड़े में जब तक सुगंधित फूलों का गजरा न लगा हो तब तक उसका श्रृंगार फीका सा लगता है। दक्षिण भारत में तो सुहागिन स्त्रियां प्रतिदिन अपने बालों में हरसिंगार के फूलों का गजरा लगाती है। धार्मिक मान्यताके अनुसार, गजरा दुल्हन को धैर्य व ताज़गी देता है।शादी के समय दुल्हन के मन में कई तरह के विचार आते हैं, गजरा उन्हीं विचारों से उसे दूर रखता है और ताज़गी देता है। विज्ञान के अनुसार, चमेली के फूलों की महक हर किसी  को अपनी ओर आकर्षित करती है. चमेली की ख़ुशबू तनाव को दूर करने में सबसे ज़्यादा सहायक होती है। इसलिए गजरा स्त्रियां लगाती है। (7) स्त्री का सातवां श्रृंगार' - मांग टीका 

योगी सरकार की पुनः वापसी हेतु ज्योति बाबा ने किया विजय यज्ञ

योगी सरकार की पुनः वापसी हेतु ज्योति बाबा ने किया विजय यज्ञ  स्वर्ग जैसे आनंद का अमृतपान कराते यज्ञ...ज्योति बाबा  कानपुर। उत्तर प्रदेश में भावी विधानसभा चुनाव में भारी बहुमत से राष्ट्रवादी सोच के अग्रणी सारथी योगी सरकार की पुनर्वापसी के लिए महाराणा मंदिर रावतपुर में कोरोना गाइडलाइंस के तहत विजय यज्ञ का आयोजन किया गया,विजय यज्ञ के द्वारा ना सिर्फ सनातन हिंदू संस्कृत के रक्षार्थ आवाहन किया गया बल्कि विधर्मी शक्तियों की हार की कामना भी की गई उपरोक्त बात नशा मुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल का के तहत सोसाइटी योग ज्योति इंडिया के तत्वाधान में आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में योगी सरकार की सत्ता में पुनः वापसी व नशा मुक्त भारत के संकल्प के साथ महाराणा मंदिर रावतपुर में आयोजित विजय यज्ञ के समापन पर अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्त अभियान के प्रमुख व आंदोलन के नेशनल ब्रांड एंबेसडर योग गुरु ज्योति बाबा ने कही,ज्योति बाबा ने आगे कहा की कुबुद्धि कुविचार दुर्गुणों एवं दोष कर्मों से विकृत मनोभूमि में यज्ञ से भारी सुधार होता है  इसीलिए यज्ञ को पापनाशक कहा गया है यज्ञ प्रभाव से सुसंस्कृत ह

बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए गुरूकुल परम्परा को जीवित करना शिक्षा के हित में होगा।

  बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए गुरूकुल परम्परा को जीवित करना शिक्षा के हित में होगा। लेखिका- उषा बहेन जोशी पालनपुर गुजरात                  हमारा देश पुरातन काल  से ही , शिक्षा के क्षेत्र में विश्व में अग्रणी रहा है ।दुनिया के अनेक क्षेत्रों से,शिक्षार्थी  शिक्षा लेने हमारे यहां आते थे। देश  के  हरएक व्यक्ति को ,उसके जीवन  मे जीवनोपयोगी सर्वश्रेष्ठ शिक्षा देनाभारत की विशेषता रही है। शिक्षा प्रदान करने की लगभग सभी पद्धति एवं सोच हमने विकसित की थी।भारतीय शिक्षा का  यही उद्देश्य हमेशा से रहा है " सा विद्या या विमुकतये" ।,  मुक्ति का अर्थ केवल आध्यात्मिक नहीं है, हमारा ज्ञान सभी रोगों से मुक्ति प्रदान करता है यथा -गरीबी, अज्ञानता,विषाद, मूर्खता जैसे अनगिनत बंधन से मुक्त करता है।   आज हमें एक ऐसे शिक्षक, गुरु की आवश्यकता है, जो अवनी मे फैले अंधकार को हटाकर, ज्योति की ओर प्रयाण करना शिखा दे। " तमसो मा ज्योतिर्गमय, असतो मा सदगमय।"  हमारे शिक्षक श्रेष्ठ कर्म करते है ,बच्चों को पढाते है ज्ञान देते है। शिक्षक को परमात्मा ने,नन्हें फुल जैसे बच्चों का

आलेख-शीर्षक- स्त्रियां श्रृंगार क्यों करती है? सोलह श्रृंगार का धार्मिक एवं वैज्ञानिक आधार (भाग-1)

आलेख- शीर्षक- स्त्रियां श्रृंगार क्यों करती है?  सोलह श्रृंगार का धार्मिक एवं वैज्ञानिक आधार (भाग-1) लेखिका - स्नेहा दुधरेजीया  पोरबंदर गुजरात हिन्दू महिलाओं के लिए 16 श्रृंगार का  बड़ा विशेष महत्व होता है। विवाह के बाद स्त्रियां अनिवार्य रूप से सोलह श्रृंगार करती है। हर एक श्रृंगार  का अलग-अलग महत्व होता है। हर स्त्री चाहती है कि, वो सज धज कर सुन्दर लगे,इसलिए श्रृंगार करती है। श्रृंगार और स्त्री एक दूसरे का पूरक है ,बिना श्रृंगार के स्त्री उदास दिखती है जैसे फूल के बिना बाग,बच्चों के बिना घर।  आइए जानते है स्त्री  सोलह श्रृंगार क्यों करती है एवं स्त्रीयों का श्रृंगार करना क्यों जरूरी है। (1)स्त्री का पहला श्रृंगार-बिदियां है । संस्कृत भाषा के बिंदु शब्द से बिंदी की उत्पत्ति हुई है। भवों के बीच में बिंदी लगाई जाती है।सिंदूर या कुमकुम से लगाई जाने वाली बिंदी ,भगवान शिव के तीसरे नेत्र का प्रतीक मानी जाता है। सुहागिन स्त्रियां कुमकुम या सिंदूर से अपने ललाट पर लाल बिंदी लगाना जरूरी हैं। इसे परिवार समृद्धि बढ़ती  है। बिंदी लगाने के पीछे धार्मिक मान्यता भी है, बिंदी को त्रिनेत्र

आज दिनांक 23/01/2022 को सुभाष चौक रिफ्यूजी कॉलोनी में नेता जी सुभाष चंद्र बोस की 125 वीं जयंती समारोह मनाया गया है

आज दिनांक 23/01/2022 को सुभाष चौक रिफ्यूजी कॉलोनी में नेता जी सुभाष चंद्र बोस की 125 वीं जयंती समारोह मनाया गया है  में मुख्य अतिथि के रूप में कोशी के विकास पुत्र माननीय सांसद श्री दिनेश चंद्र यादव जी ने उपस्थित होकर  माल्यार्पण किये माननीय सांसद ने कहा कि नोजवानों को नेता जी सुभाष चंद्र बोस के जीवन से सीख लेकर अपने जीवन मे उतारना चाहिए  तभी समाज आगे बढ़ेगा विकसित होगा हर साल की भांति इस साल भी बड़ी धूमधाम से सुभाष चंद्र बोस की जयंती मना रहे है इस के लिए आप सभी को धन्यवाद । साथ मे मौजूद सहरसा सांसद प्रतिनिधि अंजुम हुसैन,रेवती रमन सिंह, सुदीप सुमन,जय प्रकाश यादव ,प्रवक्ता डॉ0 लुत्फुल्लाह अभिषेक कुमार बाबू आदि। सहरसा से बलराम कुमार शर्मा की रिपोर्ट

टीका लो ईनाम जीतोः ग्रैण्ड पुरस्कार पाकर खिल उठे चेहरे

टीका लो ईनाम जीतोः ग्रैण्ड पुरस्कार पाकर खिल उठे चेहरे जिले में वितरित किया गया ग्रैण्ड पुरस्कार लक्की ड्रा के माध्यम से किया गया चयन  दिये गये 32 ईंच के एचडी एलईडी टीवी सहरसा, 22 जनवरी। टीका लो ईनाम जीतो का ग्रैण्ड पुरस्कार का वितरण जिलाधिकारी आनंद शर्मा द्वारा आज जवाहर विकास भवन सभागार में किया गया। जिले में समय पर कोविड- 19 टीका का दूसरा डोज लेने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से सरकार द्वारा यह योजना चलायी गई थी। जिसके तहत ग्रैण्ड पुरस्कार के विजेताओं का चयन लक्की ड्रा के माध्यम से उप विकास आयुक्त साहिला  द्वारा किया गया एवं पुरस्कार वितरण जिलाधिकारी आनंद शर्मा द्वारा किया गया। इस मौके पर सिविल सर्जन डा. अवधेश कुमार, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डा. कुमार विवेकानंद, जिला स्वास्थ्य समिति के जिला कार्यक्रम प्रबंधक विनय रंजन, केयर इंडिया के डीटीएल रोहित रैना सहित अन्य पदाधिकारी, स्वास्थ्य कर्मी एवं अन्य मौजूद रहे। तीन महिलाओं को दिया गया 32 ईंच का एचडी एलईडी टीवी जिला में वैश्विक महामारी कोरोना से बचाव के लिए कोविड- 19 टीकाकरण अभियान युद्ध स्तर पर जा

समाजसेवी स्व. चंडी प्रसाद दहलान व धर्मपरायण स्व.गीता देवी दहलान स्मृति में साधु भंडारा एवं कंबल वितरण आयोजित

समाजसेवी स्व. चंडी प्रसाद दहलान व धर्मपरायण स्व.गीता देवी दहलान स्मृति में साधु भंडारा एवं कंबल वितरण आयोजित   सहरसा। शहर के प्रसिद्ध समाजसेवी व व्यवसायी स्व. चंडी प्रसाद दहलान व धर्मपरायण स्व. गीता देवी की स्मृति में शंकर चौक मंदिर पोखर परिसर में दहलान परिवार की ओर से शनिवार को भव्य साधु भंडारा एवं कंबल वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस साधु भंडारा एवं कंबल वितरण कार्यक्रम में कोविड गाइड लाइन के सभी सरकारी नियमों का अक्षरशः पालन किया गया। इस मौके पर महंथ अरुण दास बलहा,  महंथ सुरेंद्र दास, महंथ सियाराम दास, महंथ हरिदास, महंथ फनी दास, महंथ धनेश्वर दास, महंथ पृथि दास आदि ने अपने प्रवचन में दान पुन्य पर प्रकाश डाला। स्मृति समारोह में स्वं . चंडी दहलान व धर्मपरायण स्व. गीता देवी के पुत्र श्याम दहलान,  उमेश दहलान, रतन दहलान सहित अर्जुन दहलान, नितेश दहलान, निशांत दहलान, निखिल दहलान, सौरभ दहलान, गोपाल दहलान, अमर दहलान, राधेश्याम अग्रवाल, पवन दहलान, सुशील चिड़ानिया, सुशील दहलान, नरेश दहलान, सोनी दहलान के आलावा महिलाओं में रेनू दहलान, किरण दहलान, सरिता दहल

हिट कोविड एप से हो रही कोरोना संक्रमितों की निगरानी

हिट कोविड एप से हो रही कोरोना संक्रमितों की निगरानी कोरोना मरीजों को दवा से लेकर हर तरह की दी जा रही है जानकारी  होम आइसोलेशन में मरीज की हालत बिगड़ी तो विभाग हो जाएगा अलर्ट; ऑक्सीजन लेवल की भी मिलेगी जानकारी  मंगलवार को 310 केंद्रों पर लगी करीब 5 हजार डोज मधेपुरा, 18 जनवरी। कोरोना की तीसरी लहर के संक्रमण की चेन को खत्म करने में स्वास्थ्य विभाग हर स्तर पर लगा हुआ है। बिहार में सूचना एवं प्रौद्योगिक विभाग के तहत संचालित बेल्ट्रॉन द्वारा तैयार ‘हिट कोविड’ एप के माध्यम से होम आइसोलेशन में रह रहे एक हजार कोरोना संक्रमित मरीजों की निगरानी शुरू हो गयी है।  जिले में जांच से लेकर टीकाकरण अभियान को लगातार तेज किया जा रहा है। इसमें कामयाबी भी मिल रही है। अब वैश्विक महामारी कोविड-19 की तीसरी लहर में होम आइसोलेशन में रह रहे कोविड मरीजों के लिए फिर से हिट कोविड-19 का प्रयोग किया जा रहा है । कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने पत्र जारी कर जिलाधिकारी व सिविल सर्जन को  निर्देश दिया है। विदित हो कि होम आइसोलेशन में रह रहे कोविड-19 संक्रमित मरीजों के स्वास्थ्य संबंध

कोशी के जन सेवक लोकप्रिय माननीय सांसद श्री दिनेश चंद्र यादव जी ने आम जन से अपील करते है

कोशी के जन सेवक लोकप्रिय माननीय सांसद श्री दिनेश चंद्र यादव जी ने आम जन से अपील करते है  ओमीक्रान से भयभीत नहीं सतर्क होने की जरूरत है आप सभी सैफ रहे सतर्क रहें सुरक्षित रहें बिला वजह घर से बाहर नही जाएं  वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने इसे वेरिएंट ऑफ कंसर्न की संज्ञा दी है और नाम दिया है ओमिक्रान। इसको लेकर दुनियाभर के देश सतर्क होने लगे हैं और भय का माहौल भी ओमिक्रोन फिर से पैर पसारने लगा है। कहा जा रहा है कि ओमीक्रान की एक बात ध्यान रखने योग्य है कि रोग की संक्रामकता और घातकता में कोई संबंध नहीं होता। कोई रोग बहुत संक्रामक होते हुए भी जीवन के लिए बहुत घातक नहीं होते कई रोग कम संक्रामक होते हुए भी बहुत घातक होते हैं। इस संक्रमण की शुरुआत ड्राई कोल्ड वेदर में हो रही है। यह वायुजनित (एअरबार्न) संक्रमण है। इसका वायरस श्वसन मार्ग से मनुष्य के अंदर प्रवेश कर रहा है।  इसके रोकथाम में सबसे जरूरी संसाधन मास्क है। यदि सभी लोग सार्वजनिक स्थलों में जायें तो मास्क जरूर लगाएं वायरस बाहर नहीं निकलने पाएगा। जिससे इसका संक्रमण स्वयं बाधित हो जायेगा यह संक्रमण संक्रमित के भीतर पह

नए साल में नई ऊर्जा के साथ ज़िला कलाकार संघ सहरसा की बैठक सम्पन्न

नए साल में नई ऊर्जा के साथ ज़िला कलाकार संघ सहरसा की बैठक सम्पन्न           16 जनवरी 2022 को जिला कलाकार संघ सहरसा के पदाधिकारियों की बैठक स्थानीय कोशी कॉलोनी सहरसा स्थित नया कार्यालय में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए सम्पन्न हुआ !!             जिला कलाकार संघ सहरसा के अध्यक्ष कन्हैया सिंह कन्हैया ने कोरोना काल मे सबसे अधिक कलाकारों की बेरोजगारी पर ध्यान दिलाते हुए एवं संगठन की मजबूती पर विस्तार से चर्चा करते हुए कार्यकर्ताओं से कहा कि महामारी के इस भीषण दौर में संघ का क्रियाकलाप धीमा हो गया था परंतु हम कलाकारों की एकजुटता एवं नए वर्ष में नई ऊर्जा के साथ कार्यकर्ताओं के उत्साह से कलाकार संघ सहरसा कलाकारों की विभिन्न समस्याओं को सुलझाने हेतु कृतसंकल्पित है,जरूरत है हर सदस्य अपने आप को अग्रणी समझें !!                बैठक में अध्यक्ष कन्हैया सिंह  कन्हैया, संरक्षक सह मीडिया प्रभारी मुकेश मिलन, कोषाध्यक्ष अरविन्द कुमार अकेला, सचिव श्याम कुमार दास, प्रवक्ता चंदन मिश्रा, महामंत्री नीरज कुमार शानू,संगठन मंत्री संतोष साजन, सौर बाजार प्रखंड अध्यक्ष धीरेंद्र कुमार धीरज