विश्व हिंदू परिषद सहरसा के तत्वाधान शहर के गंगजला चौक से शंकर चौक तक आक्रोश मार्च निकाला गया।
आक्रोश मार्च इस्लाम आंतकवाद के खिलाफ निकाला गया। बीते सरस्वती पूजा विसर्जन के दौरान मुस्लिम समुदाय द्वारा हजारीबाग के रूपेश पांडे की हत्या एवम बीते रविवार को कर्नाटक के शिवमोगा में बजरंगदल के कार्यकर्ता हर्षा की जिस प्रकार निर्मम हत्या कर दी गयी वह किसी भी सूरत में बर्दाश्त करने योग्य नही है।।
जिला मंत्री प्रणव मिश्रा ने कहा कि आखिर कब तक हम सनातनी अपने धैर्य का परिचय देते रहेंगे।। सरकार को ठोस कदम उठाते हुए इस्लाम आतंक को खत्म करना होगा।हर बार किसी न किसी मुद्दे पर मुस्लिम समुदाय हिन्दू धर्म पर आघात करती है और हम सब बस न्याय की आस में अपने आप को समझाते रहते हैं। धर्म के नाम पर राजनीति कर हमें कमजोर करने का प्रयास किया जा रहा है।
मुद्दा कश्मीर का हो, या कहीं भी बम बिस्फोट का हो या कहीं भी कत्ले आम का ही मुस्लिम समुदाय हम पर आघात पर आघात करने से बाज नही आती ।विभाग मंत्री शारदा कांत झा ने कहा कि हम शांति चाहते हैं लेकिन इस्लाम आतंकी जान बूझ कर धार्मिक उन्माद फैला कर उस शांति को बार बार भंग करने का असफल प्रयास करता है।उन्हें मुँह तोड़ जवाब देने का वक़्त आ गया है।।
जिला सह मंत्री अभिषेक सिंह ने कहा कि अब समय के साथ हमें अपनी सोच और दिशा को सुनिश्चित करना होगा।।। आघात के बदले आघात देना होगा।।। आखिर कब तक हम चुप रहकर अपने धर्म और अपने समाज को बचा पाएंगे।।विश्व हिंदू परिषद की मांग है कि जल्द से जल्द रूपेश और हर्षा के हत्यारों को फाँसी दी जाय। इस आक्रोश मार्च में विभाग मंत्री शारदाकान्त झा,बंजरागदल संयोजक राजवीर सिंह,विजय बसंत,करणी सेना के संगम सिंह,अमित जी,आशिष, नवनीत सिंह,प्रिंस सिंह,सानू सिंह,नवजोत सिंह अंकित ,आर्यन सिंह पळव
त्रिपुरी सिंह,अंकित सिंह,चेतन सिंह,निलेश थे।
बिहार ब्यूरो विक्रांत विक्की कि खास रिपोर्ट
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