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सहीद भगत सिंह द्रार उद्घाटन और भगतसिंह सहादत दिवस समारोह

सहीद भगत सिंह द्रार उद्घाटन और भगतसिंह सहादत दिवस समारोह

सहरसा जिला के सौर बाजार प्रखंड के बड़सम में सहीदे आजम भगत सिंह द्रार उद्घाटन में माकपा के राज्य सचिव ललन चौधरी, राज्य सचिव मंडल सदस्य विनोद कुमार जिला सचिव रणधीर कुमार अजय कुमार ने दीपक प्रज्वलित कर के सहीद भगत सिंह द्रार उद्घाटन किया जिसके बाद सहीद भगत सिंह के चित्र पर बारी-बारी से सभी लोगों ने पुष्पांजलि अर्पित किए कर रहा है देश को जिसके उपरांत सभा में तब्दील हो गए सभा की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष गणेश प्रसाद सुमन ने किया संबोधित करते सीपीआईएम के जिला मंत्री रणधीर यादव ने कहा भगतसिंह का 91वां सहादत दिवस सच्ची श्रद्धांजलि तभी होगा जब की सभी लोगो को उनके पसीना का उचित दाम मिलें  मंत्री ने कहा भगतसिंह, राजगुरु सुखदेव ने साम्राज्यवाद के खिलाफ हस्ते हस्ते फांसी की तख्ते को चुमा उनकी राहों पर चलने की जरूरत है। प्रोo अजय सिंह ने कहा भगतसिंह एक क्रांतिकारी नेता थें उन्होंने साम्राज्यवाद के खिलाफ आवाज बुलंद करने में एक थें भगतसिंह ने आज सरकार सम्राज्यवाद के विचारों पर चल रहे हैं। 
जिसके खिलाफ आवाज बुलंद करने का आवाहन किया। माकपा राज्य सचिव मंडल सदस्य विनोद कुमार ने कहा भगतसिंह राजगुरु सुखदेव को नमन करते हुए कहा 18 वर्ष के खुदीराम बोस सहित सभी क्रांतिकारी का सपना था शोषण विहिन समाज, बनाना चाहते हैं जहां सभी धर्म जाति के लोग इस देश में रहें लेकिन आज भगतसिंह के विचारों को सुनने के लिए तैयार नहीं है। वेसे लोगों ने आज भगतसिंह का सहादत दिवस मना रहे हैं। आर एस एस के लोगों ने जो आजादी में भाग नहीं लिए वेसे लोगों ने भगतसिंह का सहादत दिवस मना रहे हैं। जो आर एस एस के नेताओं ने दर्जनों बार बेजाप्ते चिट्ठी लिखकर माफी मागें थें आज सभी सरकारी सम्पदा को धीरे धीरे अपने चहेते पूंजीपतियों के हाथों कौड़ी के भाव में बेच रही है। आज पुरे देश में छात्रों और बुद्धिजीवियों, किसान सभी लोगों ने आन्दोलन रत्न है। सरकार जनता का ध्यान बांटने के लिए सरकार हिन्दु मुस्लिम के नाम पर धर्म के नाम पर दंगाई कर रहे हैं। वेसे ही भगतसिंह ने धर्म जात पात के नामों पर बांटने वाले के खिलाफ भगतसिंह ने आवाज को बुलंद किए आज वह अधुरे है। कुमार ने कहा भगत सिंह को फांसी के समय से पहले ही उन्हें फांसी दिए क्योंकि यह बात की खबर सुनते तो सम्पूर्ण देश में आन्दोलन होते इसलिए अंग्रेजों ने 23 मार्च 1931 की रात में गुप्त से भगतसिंह, राजगुरु, सुखदेव, को फांसी दी जाती है। 

माकपा के राज्य सचिव ललन चौधरी ने कहा भगतसिंह को नमन करते हुए कहा सदन के अन्तर जहां सहीदे आजम भगत सिंह, राजगुरु,सुखदेव, सहित अन्य क्रांतिकारी का स्मारक लगाना चाहिए लेकिन भाजपा ऐ आर एस एस के एजेंडे के तहत सावरकर का मुरती लगाकर यह क्या दर्षाते है। लागातार एक पर एक क्रांतिकारी नेताओं की मुरती को तोरा जा रहें हैं। किसान सभा के नेता गणेश प्रसाद सुमन ने सहीदे आजम भगत सिंह का द्रार स्थापित करके पूरे सहरसा जिला का नाम रोशन किया। भगतसिंह का सपना था की एक मनुष्य दूसरे मनुष्य का शोषण ना हो लेकिन आज कोई कानून नाम का चिज नहीं है। बचा है। सच्चा श्रद्धांजलि तभी होगा जब भगतसिंह का सपना का नाम हों।  माकपा के राज्य सचिव ललन चौधरी राज्य सचिव मंडल सदस्य विनोद कुमार प्रोफेसर अजय सिंह नीतू सिंह यादव सुकनी देवी व्यास प्रसाद यादव रूपेश रंजन कृष्ण दयाल यादव कुलानंद कुमार मोo जुवेर रामचन्द्र महतो शिवानंद विश्वास रमेश यादव विघानंद यादव गुरूदेव शर्मा डोमी पासवान दिलीप ठाकुर बलराम यादव सरपंच कामेश्वर राम दयानंद यादव माखन साह ब्रजेश बामपंथी संजय सिंह हेमंत सिंह रामी यादव सहित अन्य मौजूद थें।




सहरसा से बलराम कुमार शर्मा की रिपोर्ट

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