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मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ राष्ट्रव्यापी आम हड़ताल का पहला दिन असरदार रहा

मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ राष्ट्रव्यापी आम हड़ताल का पहला दिन असरदार रहा


सहरसा:- संयुक्त ट्रेड यूनियनों के अखिल भारतीय आम हड़ताल के समर्थन में पहला दिन ,सीटू ,एक्टू , एटक, इंटक के कार्यकर्ताओं ने शहर के शंकर चौक पर चार श्रम कोड बिल वापस लेने, रेलवे निजीकरण के खिलाफ सहित अन्य मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी किया। कार्यकर्ताओं ने एलआईसी, बैंक ऑफ इंडिया स्टेट बैंक बंधन पोस्ट ऑफिस सहित विभिन्न सरकारी कार्यालयों पर प्रदर्शन कर बंद को सफल बनाने की अपील कर रहे थें जिसमें बड़ी संख्या में सभी कर्मियों ने पहले से भारत बंद के समर्थन में थें अंत में कार्यकर्ताओं ने समाहरणालय के गेट पर भी प्रदर्शन कर नारेबाजी किया। संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार मजदूर विरोधी है मजदूर को मिलने वाले तमाम जन कल्याणकारी योजनाओं को लगातार सीमित करने का प्रयास कर रही है। एक तरफ मोदी सरकार मजदूरों को रोजगार नहीं दे रही है तो दूसरी ओर तमाम सरकारी उपक्रमों को
निजीकरण कर रोजगार के साधन को सीमित करने का लगातार प्रयास कर रही है। माकपा के जिला मंत्री रणधीर यादव कांग्रेश के जिला अध्यक्ष विद्यानंद मिश्र रामशरण यादव सीटू नेता दुखी शर्मा मनोज शर्मा कॉल आनंद कुमार रमेश यादव विद्यानंद यादव मोहम्मद जुबेर मोहम्मद नसीम मिस्त्री महेंद्र शर्मा मोहम्मद मुर्शीद आलम किसान नेता हृदय नारायण यादव रसोईया यूनियन के जिला अध्यक्ष व्यास प्रसाद यादव प्रदीप शाह खेग्रामस राष्ट्रीय पार्षद वकील कुमार यादव, मनरेगा मजदूर सभा जिला सचिव रमेश शर्मा, खेग्रामस जिला सह सचिव अशोक कुमार सुमन, रसोईया संघ के अफसाना परवीन समीना, असंगठित मजदूर यूनियन के मो. यूनुस खान किसान महासभा के नेता विभूति कुमार सिंह, बुलंदी देवी, तेतरी देवी आदि।




    सहरसा से सुभाष राम कि रिपोर्ट

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