बाल हृदय योजना से लाभान्वित हुए बच्चे
स्वास्थ्य विभाग की इस सुविधा से परिजन बेहद खुश
परिजनों ने जिला स्वास्थ्य समिति और आरबीएसके टीम को दिया धन्यवाद
सहरसा, 21 जून। बिहार सरकार ने जन्म से दिल में छेद की बीमारी से पीड़ित बच्चों के इलाज के लिए बाल हृदय योजना की शुरुआत की है। इस खास योजना के तहत अहमदाबाद में इस प्रकार के बच्चों का बिहार सरकार द्वारा निःशुल्क इलाज करवाया जाता है। डीपीएम विनय रंजन ने कहा इस योजना के आरंभ हो जाने जिले के वैसे माता पिता जो इस प्रकार की बीमारी का इलाज कराने में अपने आपको सक्षम नहीं पा रहे थे को राज्य सरकार द्वारा काफी सहयोग मिल रहा है। आज उन्हें जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा उपलब्ध करायी गई 102 एम्बुलेंस द्वारा पटना रवाना किया गया जहां से वे हवाई जहाज द्वारा श्री सत्य साई हार्ट हॉस्पिटल ,अहमदाबाद गुजरात जायेंगे।
बच्चो के माता-पिता ने जताया हर्ष :
डीपीएम विनय रंजन ने कहा कि जिले से इस बार 2 बच्चों को भेजा जा रहा है जिनमें रितिका कुमारी 4 माह, पिता राजा कुमार , सोनबरसा वार्ड नंबर-5, और अंजली कुमारी, 23 माह, पिता रंजन कुमार ,भपटिया वार्ड नंबर- 10 शामिल हैं । सभी बच्चों के माता -पिता ने बताया कि जब हमें पता चला कि मेरे बच्चे के दिल में जन्म से ही छेद है तो मैं परेशान हो गया। लेकिन राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम की टीम द्वारा हमें भरोसा दिलाया गया कि आप घबरायें नहीं, आपके बच्चे जल्द ही ठीक हो जायेंगे और हमें सरकार द्वारा बाल हृदय योजना संबंधी जानकारी दी गई कि इस योजना के द्वारा आपके बच्चे का इलाज मुफ्त में किया जाएगा। एक वह दिन था और एक आज का दिन है जब मेरी चिंता पूरी तरह खत्म हो गयी है। अब हमारे बच्चे का ऑपरेशन होने के बाद और बेहतर भविष्य हो जाएगा।
स्क्रीनिंग में मिले लक्षण:
आरबीएसके की टीम के जिला समन्वयक डा संजय कुमार शर्मा ने बताया कि आरबीएसके की टीम हेल्थ चेकअप कर रही थी तो उसी समय इन बच्चों में यह बीमारी पहचान में आयी । चेकअप के बाद बीमारी की पकड़ के बाद सदर अस्पताल से आईजीआईएमएस रेफर किया गया वहाँ पर सारी जांच प्रक्रिया एवं कागजी काम के बाद जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा 102 एम्बुलेंस से पटना भेजा जा रहा है, पटना से ही वायु मार्ग से अहमदाबाद जायेंगे।
सात निश्चय योजना के तहत बाल हृदय योजना से हो रहा है उपचार:
डॉ संजय कुमार शर्मा ने बताया कि जिले में अभी तक इस तरह का इलाज मुख्यमंत्री की आकांक्षी योजना सात निश्चय टू के महात्वाकांक्षी योजना बाल हृदय योजना के तहत किया जा रहा है तथा उनके तरफ से बच्चे के माता- पिता को भरोसा दिलाया कि उनके बच्चे के आॅपरेशन इसी स्कीम के तहत होगा और उनका एक भी पैसा खर्च नहीं होगा। इलाज के बाद भी हमारी स्वास्थ्य विभाग की टीम आपके बच्चे पर नजर बनाये रखेगी तथा आपसे बराबर संपर्क में भी रहेंगे।
आरबीएसके की अहम भूमिका:
डीपीएम विनय रंजन ने कहा अभी तक जितने भी बच्चों को नई जिन्दगी मिली है वह आरबीएसके के नियत तौर पर काम करने का परिणाम है। आरबीएसके के तहत 34 तरह की बीमारियों का इलाज किया जाता है, जो बिलकुल निःशुल्क है। इस काम मे आरबीएसके की अहम भूमिका है।
सहरसा से बलराम कुमार शर्मा की रिपोर्ट
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