सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

देश का गौरव अवार्ड" से सम्मानित हुए छातापुर निवासी पर्यावरण सांसद सह ट्रीमेंन रामप्रकाश रवि

देश का गौरव अवार्ड" से सम्मानित हुए छातापुर निवासी पर्यावरण सांसद सह ट्रीमेंन रामप्रकाश रवि

छातापुर प्रखंड के प्रसिद्ध पर्यावरण प्रेमी ट्रीमेन  सह पर्यावरण सांसद रामप्रकाश 'रवि' को गणतंत्र दिवस के अवसर पर लाईफ लाईन इनवेरामेंट सोसायटी सोमनाथ नक्षत्र वाटिका ट्रस्ट द्वारा पावन देव भूमि मथूरा उत्तर प्रदेश के होटल शीतल रिजेंसी में आयोजित भव्य कार्यक्रम में "देश का गौरव अवार्ड" से सम्मानित किया गया । 
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश सरकार के ऊर्जा मंत्री रविकांत गर्ग, सोमनाथ नक्षत्र वाटिका ट्रस्ट के फाउंडर डॉ रेणुका वाधवा, लाईफ लाईन इनवेरामेंट के फाउंडर डॉ प्रियादत्त आनंद एवं प्रो रश्मि शर्मा द्वारा शील्ड, प्रमाण पत्र एवं 2101 रू नकद पुरस्कार राशि से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में विभिन्न राज्यों से आयें राष्ट्र के लिए अति विशिष्ट कार्य करने वाले वैज्ञानिकों, कलाकारों, शिक्षाविदों को भी सम्मानित किया गया।
 पर्यावरण संरक्षण हेतु विशेष योगदान के साथ श्री रवि द्वारा देश के विभिन्न राज्यों में निशुल्क दस लाख से अधिक  तुलसी के पौधे लगाने पर "तुलसी मेन"अलंकार से भी अलंकृत किया गया।
कार्यक्रम समाप्ति पर श्री रवि द्वारा उपस्थित मंत्रीगण, अतिथि एवं अवार्डी को  औषधीय एवं फलदार पौधा उपहार दिया।वहीं मां यमुना के तट पर वृक्षारोपण के लिए यमुना सेवक मुकेश ठाकुर को 101 पौधे प्रदान किया ।
          बताते चलें कि श्री रवि विगत एक दशक से पर्यावरण संरक्षण हेतु नि:शुल्क पौधा रोपण एवं वितरण कर प्रकृति सेवा कर रहे हैं। उन्हें यह अवार्ड मिलने पर परिजन सहित समस्त क्षेत्रवासी गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। पुरे इलाके में खुशी का माहौल है । इस  महान उपलब्धि पर  श्री रवि को कई महान हस्तियों सहित  शुभेक्षको से बधाई संदेश मिलना जारी है।



      छातापुर।सुपौल।सोनू कुमार भगत

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

प्रशांत किशोर की बातों से ग्रामीणों में आया जोश, बारिश में भींग-भींगकर सभा में भाग लिया

प्रशांत किशोर की बातों से ग्रामीणों में आया जोश, बारिश में भींग-भींगकर सभा में भाग लिया  सहरसा  प्रशांत किशोर ने लालू-नीतीश पर किया तंज, बोले- बिहार में तो दो ही दल है, एक लालू जी का लालटेन और दूसरा मोदी जी का भाजपा, नीतीश जी का पता ही नहीं कि कब वे लालटेन पर लटकेंगे और कब कमल के फूल पर बैठ जाएंगे। जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने सहरसा के सोनबरसा ब्लॉक से पदयात्रा शुरू कर दी है। बारिश में भींग-भींगकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं। प्रशांत किशोर की बातों और भाषणों से लोग इस कदर प्रभावित हैं कि बारिश में भींग-भींगकर पदयात्रा में उनके साथ कदम से कदम मिला रहे हैं। प्रशांत किशोर ने लालू-नीतीश पर तंज कसते हुए कहा कि लोग कहते हैं कि हमारे पास विकल्प ही नहीं है, हम किसको वोट दें? बिहार में तो दो ही दल है, एक लालू जी का लालटेन और दूसरा मोदी जी का भाजपा। नीतीश जी का पता ही नहीं कि कब वे लालटेन पर लटकेंगे और कब कमल के फूल पर बैठ जाएंगे? हमने ये संकल्प लिया है अगर भगवान ने हमें जो बुद्धि, ताकत दी है, लोग कहते हैं हम जिसका हाथ पकड़ लें, वो राजा हो जाता है। तो इस

उत्पाद पुलिस ने भारी मात्रा में विदेशी शराब बरामद के साथ एक तस्कर एवं 15 शराबी गिरफ्तार ।

उत्पाद पुलिस ने भारी मात्रा में विदेशी शराब बरामद के साथ एक तस्कर एवं 15 शराबी गिरफ्तार । बिहार में शराबबंदी कानून लागू होने के बावजूद भी आए दिन शराब की बड़ी खेप को पुलिस ने किउल रेलवे स्टेशन पर ट्रेन में छापेमारी कर बरामद करते हुए एक तस्कर को गिरफ्तार किया। पुलिस इन तस्कर पर कार्रवाई कर भारी मात्रा में विदेशी शराब को बराबर किया। गिरफ्तार तस्कर पटना जिले के नदी थाना क्षेत्र के अंतर्गत जेठुली निवासी रघुवंश राय के पुत्र राजेश कुमार को गिरफ्तार किया।। ग़ौरतलब है कि बिहार में अक्सर पड़ोसी राज्यों से आ रही शराब की खेप को बरामद किया जाता है।  वही उत्पाद सबइंस्पेक्टर गुड्डू कुमार ने बताया कि किउल रेलवे स्टेशन पर ट्रेन में छापेमारी के दौरान 75 लीटर अवैध कैन बियर एवं 27 लीटर रॉयल स्टेग विदेशी शराब जप्त किया गया। साथ एक तस्कर एवं तीन थाना क्षेत्रों से 15 शराबियों को गिरफ्तार किया उन्होंने बताया कि सभी आरोपियों के खिलाफ उत्पाद अधिनियम के तहत कार्रवाई करते हुए बुधवार को जेल भेजा गया है।         अभय कुमार अभय की रिपोर्ट 

साहित्य संसार: साक्षात्कार

कवि और कलाकार अशोक धीवर "जलक्षत्री "छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले में  स्थित तुलसी ( तिलदा नेवरा ) के निवासी हैं।   इन्होंने  दहेज प्रथा और समाज में कन्याओं की दशा के अलावा अन्य सामाजिक बुराइयों के बारे में पुस्तक लेखन और संपादन का काम किया है। मूर्तिकला में भी इनकी रुचि है।  यहां प्रस्तुत है ,  प्रश्न:आप अपने घर परिवार और शिक्षा दीक्षा के बारे में बताएं? *उत्तर:मेरा बचपन बहुत ही गरीबी में बिता। मेरे माता-पिता ने अपने नि:संतान चाचा- चाची के मांगने पर मुझे दान दे दिए थे। अर्थात् उन लोगों ने गोद लेकर मेरा परवरिश किया। तब से वे लोग मेरे माता-पिता और मैं उनका दत्तक पुत्र बना। इसलिए बचपन से ही मैंने ठान लिया था कि, जिसने अपने कलेजे के टुकड़े का दान कर दिया। उनका भी मान बढ़ाना है, सेवा करना है तथा जिन्होंने अपने पेट का कौर बचाकर मेरा पेट भरा, उनका भी नाम तथा मान बढ़ाना है। सेवा करना है। गरीबी के कारण दसवीं तक पढ़ पाया था। व्यावसायिक पाठ्यक्रम के तहत बारहवीं उत्तीर्ण किया। उसी समय मैंने सोच लिया था कि आगे बढ़ने के लिए कम पढ़ाई को बाधक बनने नहीं दूंगा और जो काम उच्च शिक्षा प्र