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विभिन्न मांगों को लेकर एमडीएम रसोईया का जिला समाहरणालय पर विशाल आक्रोश पूर्ण प्रदर्शन।

विभिन्न मांगों को लेकर एमडीएम रसोईया का जिला समाहरणालय पर विशाल आक्रोश पूर्ण प्रदर्शन।
सहरसा :- बिहार राज्य मिड डे मील वर्कर्स रसोईया यूनियन , सहरसा के बैनर तले हजारों की संख्या में रसोईया कार्यकर्ताओं ने राज्यव्यापी आहवान पर केन्द्र एवं राज्य सरकार के द्वारा रसोईया के मांगों की लगातार अनदेखी के खिलाफ सुपर मार्केट से आक्रोश पूर्ण प्रदर्शन जिला सामहरणालय तक निकाला गया । प्रदर्शनकारी अपनी मांगों से संबंधित तख्तियों को हाथ में लिए - रसोईया को स्थायीकरण करो , रसोईया को  चतुर्थवर्गीय कर्मचारी का दर्जा दो, 45 में श्रम सम्मेलन घोषणा अनुरूप श्रमिक का दर्जा देते न्यूनतम वेतन दो, एमडीएम योजना को एनजीओ के हाथ बेचना बंद करो,10 नहीं 12 महीने का वेतन दो, मातृत्व अवकाश विशेष अवकाश देना होगा ,सभी रसोईया का बीमा एवं सुरक्षा गारंटी करना होगा, अतिरिक्त काम का अतिरिक्त पैसा देना होगा , बकाए मानदेय का भुगतान करना होगा आदि गगनभेदी नारा लगाते जिला समाहरणालय पहुंचें। जहां की भीड़ सभा में तब्दील हो गई। रसोईया यूनियन के जिला अध्यक्ष विनोद यादव की अध्यक्षता में चले सभा को संबोधित करते रसोईया यूनियन के जिला सचिव व्यास प्रसाद यादव ने कहा केन्द्र एवं राज्य दोनों ही सरकारें रसोईया कार्यकर्ताओं के साथ  अमानवीय व्यवहार कर रही है। मानवाधिकार आयोग एवं न्यायपालिका के आदेश का खुल्लम खुल्ला उल्लंघन कर रही है। न्यूनतम वेतनमान 18000 के बदले सिर्फ 1650 रुपए मासिक मानदेय रसोईया को देना अन्याय है उन्होंने कहा हम लोग लगातार आन्दोलन जुलूस प्रदर्शन करते हैं परंतु सरकार हमारी मांगों की अनदेखी कर रही है हमारी मांगों की पूर्ति नहीं हुई तो पूरे देश का रसोईया कार्यकर्ता किसान एवं ट्रेड यूनियन सीटू के साथ मिलकर 5 अप्रैल 2023 को दिल्ली सांसद घेराव करेगी।
 रसोईया यूनियन के मुख्य संरक्षक एवं माकपा के जिला सचिव रणधीर यादव ने सभा को संबोधित करते हुए कहां समाज के सबसे गरीब तबके दलित , महादलित ,अति पिछड़े समाज के गरीब महिलाएं - विधवाएं रसोईया में काम करती है। पूरे दिन स्कूल में रहकर हर काम में सहयोग करती हैं परंतु 12 महीने के बदले 10 महीने का मानदेय वह भी 1650 रुपए प्रति माह की दर से देना इस महंगाई के युग में रसोइयों के साथ छलावा है तथा सरकार के अमानवीय आचरण और गरीब विरोधी आचरण को दर्शाता है। उन्होंने रसोईया यूनियन के कार्यकर्ताओं से अपील किया कि किसान आन्दोलन की तरह करो या मरो आन्दोलन जब तक नहीं चलेगा यह सरकार रसोईया के हित में काम करने को तैयार नहीं होगा। सभा को रसोईया यूनियन के नेता कैलाश स्वर्णकार ,संजीव यादव, उषा देवी ,कविता कुमारी, मंजू देवी ,संतोष कुमार राय ,वीरेंद्र राम ,विनोद यादव, दिलीप ठाकुर ,शंकर महतो, शिवानंद विश्वास, प्रदीप शाह, निर्मल कुमार ,प्रमोद ठाकुर, डोमी पासवान ,चंदेश्वर महतो,सहीदा खातून, गुरुदेव शर्मा, राजकुमार पासवान, मनदीप वर्मा ,गौरी शंकर महतो ,सुरजी देवी, खुदरी देवी ,धीरेंद्र शाह, रामचंद्र यादव, उमेश यादव , पानो देवी,उमेश राम आदि रसोईया कार्यकर्ताओं ने संबोधित किया। तथा बिहार राज्य किसान सभा, सहरसा के जिला उपाध्यक्ष गणेश प्रसाद सुमन, ह्रदय नारायण यादव, युनूस भारती , नौजवान सभा के जिला सचिव कुलानन्द कुमार ने भी संबोधित किया एवं अपने अपने संगठनों के सहयोग की बात कही।

 मुख्यमंत्री के नाम 12 सूत्री मांगों का ज्ञापन  द्वारा - जिला पदाधिकारी सहरसा को सौंपा गया। तत्पश्चात एमडीएम कार्यालय पर जाकर एमडीएम पदाधिकारी से भी मिलकर स्थानीय समस्याओं की तुरंत निदान कर रसोईया के बकाया भुगतान आदि का मांग किया गया। ब्यास प्रसाद यादव- जिलामंत्री बिनोद यादव - जिलाध्यक्ष । बिहार राज्य मिड डे मील वर्कर्स यूनियन, सहरसा।

       राजू कुमार गुप्ता की खास रिपोर्ट

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