लाल झंडे की सलामी एवं पुष्पांजलि के साथ कामरेड बलराम को अंतिम विदाई दी गई।
सहरसा :- भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी सीपीएम के संस्थापक सदस्यों में से एक बटरहा निवासी 82 बर्षीय कामरेड बलराम सिंह ने कल रात 11 बजे अंतिम सांस लेते इस दुनिया को अलविदा कह दिया। बलराम सिंह की मौत की खबर सुनते ही आस पड़ोस,सगा संबंधी, माकपा के पार्टी नेताओं एवं कार्यकर्ता का आना जाना शुरू हो गया। सभी लोग भारी मन से कामरेड बलराम सिंह के जीवनकृत पर चर्चा करते रहे। पार्थिव शरीर पर सबसे पहले माकपा के जिला सचिव रणधीर यादव एवं किसान नेता गणेश प्रसाद सुमन द्वारा पार्टी के लाल झंडे का सलामी दिया गया। पुनः सभी साथियों एवं उपस्थित जनसमूह द्वारा पुष्पांजलि अर्पित किया गया। कामरेड बलराम सिंह अमर रहे। लाल सलाम। तेरे अरमानों को मंजिल तक पहुंचायेंगे। आदि नारे लगाए गए। पार्टी जिला सचिव रणधीर यादव ने कहा काo बलराम सिंह सहरसा पार्टी के संस्थापक सदस्यों में एक थे, पुरा जीवन कम्युनिस्ट वसुलों के अनुरूप जीया तथा साहस के साथ संघर्ष करते रहे। इनके जाने से पार्टी को अपूर्णीय क्षति हुई है जिसकी भरपाई निकट भविष्य में संभव नहीं है। उन्होंने कहा काo बलराम सिंह का शौक एवं श्रांदजलि सभा का भी आयोजन किया जाएगा।
पार्थिव शव यात्रा में पुरे परिवार के साथ साथ आस पड़ोस के लोगों के साथ पार्टी नेता एवं कार्यकर्ता भी थे। शव यात्रा में माकपा जिला सचिव रणधीर यादव के अलावा गणेश प्रसाद सुमन, दुखी शर्मा, मनोज शर्मा, नसीम मिस्त्री, मुर्शीद आलम, रमेश यादव, अजय महतो,एडवा नेत्री चन्द्रकाला देवी आदि भाग लिया। कामरेड बलराम सिंह अपने पीछे चार पुत्र मोहन, दीनबंधु, विश्वबंधु,सामजबंधु के अलावा दो पुत्री सहित भरा पुरा परिवार छोड़कर चले गए। मुखाग्नि बड़े बेटे मोहन सिंह महतो
राजू गुप्ता की रिपोर्ट
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