सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

राजद कार्यालय में बिहार केशरी श्रीकृष्ण सिंह जी की पुण्यतिथि मनाई गयीपटना 31 जनवरी, 2024


राजद कार्यालय में बिहार केशरी श्रीकृष्ण सिंह जी की पुण्यतिथि मनाई गयी
पटना 31 जनवरी, 2024

आज राष्ट्रीय जनता दल के राज्य कार्यालय में पूर्व मुख्यमंत्री, बिहार केशरी श्रीकृष्ण सिंह जी की पुण्यतिथि प्रदेश उपाध्यक्ष श्री वृषिण पटेल जी की अध्यक्षता में मनायी गयी। इस अवसर पर उनके तैल चित्र पर माल्यार्पण कर नेताओं ने उनके व्यक्तित्व और कृतित्व पर चर्चा की।
इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि श्रीकृष्ण सिंह जी अपने काम और किरदार से लंबी रेखा खींची। इन्होंने अपने साथ दलितों को लेकर मंदिर में प्रवेश किया जिसके कारण इन्हें विरोध का सामना करना पड़ा उसके बावजूद भी ये समाज में बेहतर वातावरण के निर्माण में लगे रहे। इनके शासनकाल में विकास के बहुत सारे काम हुये।
इस अवसर पर राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता प्रो0 मनोज कुमार झा, राष्ट्रीय महासचिव श्री श्याम रजक, श्री भोला यादव, श्री बीनू यादव, राष्ट्रीय प्रवक्ता डाॅ0 करूणा सागर, प्रदेश उपाध्यक्ष डाॅ0 तनवीर हसन, प्रदेश मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव, प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद, चितरंजन गगन, डाॅ0 अजय कुमार सिंह, पूर्व विधायक डाॅ0 राजेश कुमार, मुख्यालय प्रभारी मुकुंद सिंह, प्रदेश महासचिव संजय यादव, प्रमोद कुमार राम, मदन शर्मा,भाई अरुण कुमार, अभिषेक सिंह, डॉ प्रेम कुमार गुप्ता,अरूण कुमार यादव, महेन्द्र प्रसाद विद्यार्थी, गोपाल प्रसाद गुप्ता, कुमर राय, शाहिद जमाल, सरदार रणजीत सिंह, चन्देश्वर प्रसाद सिंह, राकेश रंजन, हरेन्द्र कुमार, कुशवाहा, उपेन्द्र चन्द्रवंशी, पी0 के0 मिश्रा, ओमप्रकाश चैटाला, अमित पटेल, शहनवाज आलम, नागेन्द्र कुमार सिंह, शंभू यादव सहित अन्य गणमान्य नेताओं ने उनके तैलचित्र पर माल्र्यापण कर श्रद्धासुमन अर्पित की।

(एजाज अहमद)
प्रदेश प्रवक्ता
राजद, बिहार।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

प्रशांत किशोर की बातों से ग्रामीणों में आया जोश, बारिश में भींग-भींगकर सभा में भाग लिया

प्रशांत किशोर की बातों से ग्रामीणों में आया जोश, बारिश में भींग-भींगकर सभा में भाग लिया  सहरसा  प्रशांत किशोर ने लालू-नीतीश पर किया तंज, बोले- बिहार में तो दो ही दल है, एक लालू जी का लालटेन और दूसरा मोदी जी का भाजपा, नीतीश जी का पता ही नहीं कि कब वे लालटेन पर लटकेंगे और कब कमल के फूल पर बैठ जाएंगे। जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने सहरसा के सोनबरसा ब्लॉक से पदयात्रा शुरू कर दी है। बारिश में भींग-भींगकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं। प्रशांत किशोर की बातों और भाषणों से लोग इस कदर प्रभावित हैं कि बारिश में भींग-भींगकर पदयात्रा में उनके साथ कदम से कदम मिला रहे हैं। प्रशांत किशोर ने लालू-नीतीश पर तंज कसते हुए कहा कि लोग कहते हैं कि हमारे पास विकल्प ही नहीं है, हम किसको वोट दें? बिहार में तो दो ही दल है, एक लालू जी का लालटेन और दूसरा मोदी जी का भाजपा। नीतीश जी का पता ही नहीं कि कब वे लालटेन पर लटकेंगे और कब कमल के फूल पर बैठ जाएंगे? हमने ये संकल्प लिया है अगर भगवान ने हमें जो बुद्धि, ताकत दी है, लोग कहते हैं हम जिसका हाथ पकड़ लें, वो राजा हो जाता है। तो इस

उत्पाद पुलिस ने भारी मात्रा में विदेशी शराब बरामद के साथ एक तस्कर एवं 15 शराबी गिरफ्तार ।

उत्पाद पुलिस ने भारी मात्रा में विदेशी शराब बरामद के साथ एक तस्कर एवं 15 शराबी गिरफ्तार । बिहार में शराबबंदी कानून लागू होने के बावजूद भी आए दिन शराब की बड़ी खेप को पुलिस ने किउल रेलवे स्टेशन पर ट्रेन में छापेमारी कर बरामद करते हुए एक तस्कर को गिरफ्तार किया। पुलिस इन तस्कर पर कार्रवाई कर भारी मात्रा में विदेशी शराब को बराबर किया। गिरफ्तार तस्कर पटना जिले के नदी थाना क्षेत्र के अंतर्गत जेठुली निवासी रघुवंश राय के पुत्र राजेश कुमार को गिरफ्तार किया।। ग़ौरतलब है कि बिहार में अक्सर पड़ोसी राज्यों से आ रही शराब की खेप को बरामद किया जाता है।  वही उत्पाद सबइंस्पेक्टर गुड्डू कुमार ने बताया कि किउल रेलवे स्टेशन पर ट्रेन में छापेमारी के दौरान 75 लीटर अवैध कैन बियर एवं 27 लीटर रॉयल स्टेग विदेशी शराब जप्त किया गया। साथ एक तस्कर एवं तीन थाना क्षेत्रों से 15 शराबियों को गिरफ्तार किया उन्होंने बताया कि सभी आरोपियों के खिलाफ उत्पाद अधिनियम के तहत कार्रवाई करते हुए बुधवार को जेल भेजा गया है।         अभय कुमार अभय की रिपोर्ट 

साहित्य संसार: साक्षात्कार

कवि और कलाकार अशोक धीवर "जलक्षत्री "छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले में  स्थित तुलसी ( तिलदा नेवरा ) के निवासी हैं।   इन्होंने  दहेज प्रथा और समाज में कन्याओं की दशा के अलावा अन्य सामाजिक बुराइयों के बारे में पुस्तक लेखन और संपादन का काम किया है। मूर्तिकला में भी इनकी रुचि है।  यहां प्रस्तुत है ,  प्रश्न:आप अपने घर परिवार और शिक्षा दीक्षा के बारे में बताएं? *उत्तर:मेरा बचपन बहुत ही गरीबी में बिता। मेरे माता-पिता ने अपने नि:संतान चाचा- चाची के मांगने पर मुझे दान दे दिए थे। अर्थात् उन लोगों ने गोद लेकर मेरा परवरिश किया। तब से वे लोग मेरे माता-पिता और मैं उनका दत्तक पुत्र बना। इसलिए बचपन से ही मैंने ठान लिया था कि, जिसने अपने कलेजे के टुकड़े का दान कर दिया। उनका भी मान बढ़ाना है, सेवा करना है तथा जिन्होंने अपने पेट का कौर बचाकर मेरा पेट भरा, उनका भी नाम तथा मान बढ़ाना है। सेवा करना है। गरीबी के कारण दसवीं तक पढ़ पाया था। व्यावसायिक पाठ्यक्रम के तहत बारहवीं उत्तीर्ण किया। उसी समय मैंने सोच लिया था कि आगे बढ़ने के लिए कम पढ़ाई को बाधक बनने नहीं दूंगा और जो काम उच्च शिक्षा प्र