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अप्रैल, 2024 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

खजुराहा के सरकारी पोखर का नहीं हो पाया है जीर्णोद्धार

खबर सहरसा जिला के सोनबरसा प्रखंड अंतर्गत खजुराहा पंचायत से है जहां खजुराहा के सरकारी पोखर का नहीं हो पाया है जीर्णोद्धार  क्षेत्र में अतिक्रमण कार्यों की दबंगता और प्रशासनिक शिथिलता की वजह से कई सरकारी पोखर तलवों का अमृत सरोवर योजना के तहत जीर्णोदार नहीं किया जा सका है ऐसे में अतिक्रमणकारियों के लिए पोखर प्रतिवर्ष लाखों रुपए कमाई का जरिया बन रह गया है खजुराहो पंचायत के वार्ड नंबर  8 में ऐसा ही एक करीब सबा दो बीघा का तालाब है  जिसमें अब तक प्रशासन द्वारा अतिक्रमण से मुक्त नहीं कराया जा सका है जबकि उस तालाब के जीर्णोद्धार हेतु वर्ष 22 में अमृत सरोवर योजना के तहत तत्कालीन सीओ द्वारा एनओसी भी जारी कर दिया गया है जानकारी के अनुसार खजुराहा पंचायत स्थित खेसर 1262 खाता 3142 रखवा करीब सवा दो बीघा में फैले तालाब को अपनी जमीन बात कर खोजरहा पंचायत के हीरा सिंह द्वारा मछली पालन कर प्रतिवर्ष रुपए की कमाई की जा रही है वर्ष 2022 में अमृत सरोवर योजना के तहत क्षेत्र के पोखर तालाबों के जीर्णोदार  का कार्य प्रारंभ हुआ तो पंचायत के मुखिया प्रमिला देवी के द्वारा उक्त तालाब के जीर्णोद

रामनवमी के अवसर पर विशेष भारत में रामकथा का लोक

धर्म,समाज, सभ्यता  और संस्कृति  रामनवमी के अवसर पर विशेष भारत में रामकथा का लोक आदर्श तुलसीदास के अलावा भक्ति आंदोलन के तमाम संतों ने राष्ट्र और समाज के उद्धारक के रूप में राम के चरित्र को आधार बनाकर मध्यकाल के पतनशील सामाजिक राजनीतिक परिवेश में जिस आदर्श को जनजीवन के सामने रखा उसे आधुनिक चिंतक भी भारत के नवनिर्माण और समग्र उत्थान का सबसे सच्चा पंथ स्वीकार करते हैं। गांधीजी ने भी राम के जीवनदर्शों को स्वीकार किया और  अपने अंतिम क्षणों में हे राम! के पावन शब्दों का उच्चारण करते हुए जीवनलीला समाप्त की।  यह कल भारतीय सभ्यता और संस्कृति के उत्कर्ष का कल था या फिर इसके गहरे संकटों और झंझावातों के बीच देश की आजादी के इस दौर में हम विभाजन के साथ नई चुनौतियों का सामना कर रहे थे , आज भी इसके बारे में देश की सारी जनता तमाम जटिल बातों से अलग थलग होते राम के अस्तित्व और उनके धर्म से गहराई से एकाकार होती दिखाई देती है।   यहां राम सबके लिए सहिष्णुता शांति प्रेम उद्धार और बंधुत्व के प्रतीक प्रतीत होते हैं। हम सब उन्हें निरंतर अपने संघर्षों में प्रेरक और संबल मानते रहेंगे।

दो पक्षों के बीच जमकर मारपीट शुरू हो गई

सौर बाजार थाना क्षेत्र के  सहूर्या पश्चिमी पंचायत के जागीर में दो पक्षों के बीच जमकर मारपीट शुरू हो गई इस बीच कई लोग घायल हुए वही शलेंद्र पासवान ने थाने में आवेदन देते हुए कहा कि मेरी बेटी सजन कुमारी प्राइवेट कोचिंग संस्थान दान चकला पढ़ने जा रही थी  तब सर्वेश पासवान और दुर्गेश पासवान उसे बुरी नीयत से इज्जत लूटने अपना घर ले जा रहा था जब वह अपने बचाव में हल्ला की  तब मैं और मेरा भाई पवन पासवान वहा पहुंचे  वहां पहुंचने के साथ मेरे ऊपर लोहा के रड से हमला कर दिया जिसमे हम घायल हो गया  वहीं दूसरे पक्ष महिंदर पासवान का कहना है कि शैलेंद्र पासवान और कई व्यक्ति मेरे पोता अभिषेक पासवान के साथ मारपीट कर रहा था जब हम वहां पहुंचे और दोनों को समझने का प्रयास किया उसे बीच शैलेंद्र पासवान और कई व्यक्ति मेरे ऊपर हमला कर दिया जिससे झड़प सुरु हो गई  सौर बाजार से अंबुज कुमार की खास रिपोर्ट